Maharashtra Lockdown News : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray) ने लोगों को कोरोना को लेकर अभी किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने की सलाह दी है. राज्य में कोरोना से जुड़ी पाबंदियां 15 दिनों के लिए बढ़ा दी गई हैं. ठाकरे ने लोगों को सावधान बरतते हुए कहा, मुझे नहीं पता कि कब और किस तारीख को कोरोना की तीसरी लहर (Covid Third Wave) आएगी. लिहाजा अभी हमें किसी को सतर्कता में कमी लाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र ने पिछले कुछ दिनों में कोरोना के सर्वाधिक मामलों का प्रकोप झेला है. लेकिन रिकवरी रेट 92 फीसदी पर पहुंच जाना एक अच्छा संकेत है.
उन्होंने कोरोना से जुड़ी पाबंदियों का अच्छे तरीके से पालन करने और कोरोना के मामलों को काबू में लाने की कोशिश में मदद के लिए जनता का आभार जताया.ठाकरे ने कहा, "अगर राज्य में कोरोना की तीसरी ज्यादा खतरनाक लहर झेलता है तो उसे मेडिकल ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ सकता है. अगर तीसरी लहर तीव्रता के साथ आती है तो ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर संकट खड़ा हो सकता है, क्योंकि उस वक्त राज्य को रोजाना 1700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की रोज जरूरत होगी."
बच्चों को संक्रमण से बचाने की सलाह देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, कोविड-19 की तीसरी लहर बच्चों को निशाना बना सकती है, लेकिन लोगों को ज्यादा चिंतित नहीं होना चाहिए, क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि उनकी प्रतिरोधी क्षमता ज्यादा बेहतर होती है. अगर वे संक्रमण की चपेट में आते भी हैं तो भी वे इसे सहन कर ले जाएंगे. लेकिन हमें उनका ध्यान रखना होगा.मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बाल रोग विशेषज्ञों के साथ सलाह-मशविरा कर रही है कि उन्हें कैसे संक्रमण से बचाया जा सकता है.
म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के खतरे की ओर इशारा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, राज्य में अब तक ऐसे 3 हजार के करीब मामले मिल चुके हैं. महाराष्ट्र में टीकाकरण अभियान के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य में 18 से 44 आयु वर्ग के 6 करोड़ लोग हैं, लेकिन टीकों के उत्पादन और उपलब्धता को लेकर चिंता कायम है. जैसे ही हमें कोविड वैक्सीन उपलब्ध होंगी, हम अपनी क्षमता बढ़ा देंगे. हमें बताया गया है कि जून में काफी संख्या में टीके मिल जाएंगे,"
देश के पश्चिमी तटों से टकराने वाले चक्रवाती तूफान ताउते (cyclonic storm Tauktae) पर उद्धव ठाकरे ने कहा, ये बेहद खतरनाक तूफान था, हमें बेहद खुशकिस्मत रहे कि ये महाराष्ट्र से नहीं टकराया. लेकिन दुर्भाग्य से इसने गुजरात को काफी नुकसान पहुंचाया. मैं रत्नागिरि, सिंधुदुर्ग गया और वहां तूफान से हुए नुकसान का जायजा लिया. हमने मुआवजे का ऐलान किया है और इसका भुगतान जल्द ही शुरू हो जाएगा.
हर साल आने वाले ऐसे तूफानों को लेकर सीएम ने कहा, "हमें तटीय क्षेत्रों में रहने वालों के लिए कोई स्थायी समाधान खोजना होगा. जैसे भूमिगत बिजली के तार, स्थायी घर आदि. मैं केंद्र सरकार से बात कर रहा हूं कि हमें क्या मदद मिल सकती है."
For More : VISIT