जम्मू-कश्मीर पर पीएम मोदी की अहम बैठक शुरू, 4 पूर्व सीएम समेत 14 नेता हो रहे हैं शामिल


जम्मू कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री आवास पर हो रही इस बैठक में 4 पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 14 नेता शामिल हो रहे हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में परिसीमन तय करने को लेकर बात हो सकती है ताकि राज्य में चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो सके. साथ ही जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने जैसे मुद्दों पर बात हो सकती है. इस बैठक में नेशनल कांफ़्रेंस से फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद, पीडीपी से महबूबा मुफ्ती, बीजेपी से निर्मल सिंह, कविंद्र गुप्ता, पीपुल्स कांफ़्रेंस से मुजफ्फर बेग और सज्जाद लोन, CPIM के मोहम्मद युसूफ तारिगामी और जेके अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी के नाम शामिल हैं.  बैठक से पहले महबूबा मुफ़्ती कह चुकी हैं कि वो पीएम के सामने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने का मुद्दा ज़रूर उठाएंगी.


बैठक से पहले जानें किसने क्या कहा

फारूक अब्दुल्ला की बैठक से पहले मांग
नेशनल कॉन्फ़्रेंस के फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उम्मीद है हम पीएम और गृह मंत्री के सामने अपना एजेंडा रख पाएंगे. हमारी मांग है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल हो

5 अगस्त 2019 को जो हुआ, वो कितना गलत था : महबूबा मुफ्ती
पीडीपी की महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम बातचीत का मौक़ा नहीं खोना चाहते. हम बताएंगे कि 5 अगस्त 2019 को जो हुआ, वो कितना गलत था.

जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा  चाहिए : आजाद
कांग्रेस के नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा हमारी पहली मांग है.

अपनी बात रखने का मौका : तारिगामी
CPIM के नेता मो यूसुफ़ तारिगामी ने कहा कि उनकी बात सुनने का और अपनी बात रखने का मौक़ा है. जब तक वो फ़ैसला नहीं करते तब तक सही क़दम नहीं कह सकते.

पीएम खुला दिल रखें : अल्ताफ बुखारी
अपनी पार्टी के अल्ताफ़ बुख़ारी ने कहा कि लोग अब भी दर्द और ग़ुस्से में हैं. पीएम को खुला दिल दिखाने की ज़रूरत है. पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल हो, चुनाव होने चाहिए.

देश और तिरंगे के लिए एक स्वर में आवाज उठाने की जरूरत : रविंद्र रैना

बीजेपी के रविंद्र रैना ने कहा कि देश और तिरंगे के लिए एक स्वर में आवाज़ उठाने की ज़रूरत है.


बैठक से पहले बीजेपी नेता का ट्वीट
बैठक से पहले बीजेपी नेता बिजय सोनकर शास्त्री ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है किहमने कई बार परिसीमन का विषय इस आशय से उठाया कि अनुसूचित जातियों व जनजातियों की लगभग 25 सीटें बढ़ेंगी. इन बढ़ी हुई सीटों से जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक डिस्कोर्स बदल जाएगा. पीएम मोदी आज हम लोगों के सपनों को करेंगे पूरा.

जम्मू-कश्मीर में 2 साल में क्या-क्या हुआ

4 अगस्त 2019: घर में नज़रबंद किए गए जम्मू-कश्मीर के नेता
5 अगस्त 2019: केंद्र ने अनुच्छेद 370, धारा 35 (A)ख़त्म किया
16 सितंबर 2019: नागरिक सुरक्षा क़ानून के तहत हिरासत में फ़ारूक़ अब्दुल्ला    
31 अक्टूबर 2019: तीन केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू, कश्मीर और लद्दाख़ में बंटा जम्मू-कश्मीर राज्य
8 मार्च 2020: अल्ताफ़ बुख़ारी ने 'अपनी पार्टी' बनाई, कथित तौर पर केंद्र समर्थित
13 मार्च 2020: हिरासत से रिहा किए गए फ़ारूक़ अब्दुल्ला
24 मार्च 2020: फ़ारूक़ अब्दुल्ला के बाद उमर अब्दुल्ला भी रिहा
15 अगस्त 2020: पीएम ने कहा- परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव
20 अक्टूबर 2020: कई कश्मीरी दलों ने मिलकर गुपकार गठबंधन बनाया
31 अक्टूबर 2020: 13 महीने की हिरासत के बाद महबूबा मुफ़्ती रिहा
28 नवंबर 2020: 8 चरणों में DDC का चुनाव, गुपकार गठबंधन की बड़ी जीत
5 फ़रवरी 2021: कश्मीर घाटी में 4 जी इंटरनेट बहाल
13 फ़रवरी 2021: अमित शाह ने कहा- जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल होगा
18 जून 2021: महबूबा मुफ़्ती के रिश्तेदार समेत बाक़ी बचे नेताओं की रिहाई
24 जून 2021: जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं के साथ पीएम की बैठक

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