इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर बहुत ही अहम बयान दिया है. विराट ने कहा है कि उन्हें लगता है कि अब सभी खिलाड़ियों में टेस्ट क्रिकेट के प्रति ज्यादा उत्साह नहीं है. कोहली इंग्लिश चैनल स्काई स्पोर्ट्स बातचीत में बोले कि यह एक बड़ा कारण है कि कि कोई टीम टेस्ट क्रिकेट में इन दिनों मुकाबला नहीं कर पाती. भारत बुधवार से मेजबानों के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत कर रहा है. और इसी सीरीज के साथ ही दूसरी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का भी आगाज हो जाएगा.
विराट बोले कि टेस्ट क्रिकेट तो करीब तीन साल पहले ही परेशानी में पड़ जाती, लेकिन मैं सोचता हूं कि यह खिलाड़ी ही होते हैं, जो टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखते हैं. ईमानदारी से कहूं, तो अगर हमने टेस्ट क्रिकेट खेलने की मनोदशा नहीं रखी होती और इसके प्रति जुनून नहीं दिखाया होता, तो यह टेस्ट क्रिकेट को बहुत ही बड़ा नुकसान पहुंचाता. यह पूरे विश्व की टेस्ट क्रिकेट को बड़ा नुकसान पहुंचाता. मैं इस बारे में आश्वस्त होकर कह सकता हूं
भारतीय कप्तान ने कहा कि WTC बहुत ही सकारात्मक कदम है. यह एक सही दिशा में उठाया गया कदम है. इसमें प्रत्येक टेस्ट में बहुत कुछ दांव पर लगा होता है. मैं सोचता हूं कि यह सब इस पर निर्भर करता है कि खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट से क्या चाहते हैं. अगर टेलीविजन पर देखते हुए लोग इस तरह की बात महसूस करते हैं कि मैं एक भी गेंद नहीं छोड़ना चाहता, तो यह वह बात है, जो टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखने जा रही है.
जब स्काई स्पोर्ट्स चैनल से विराट के साथ बातचीत कर रहे भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने पूछा कि यहां ज्यादा टीमें क्यों नहीं हैं, पर विराट ने कहा कि पहली बात तो यह है कि आपको खुद के साथ ईमानदार होना पड़ता है. आप जानते हैं कि टेस्ट क्रिकेट बहुत ही मुश्किल है. जब आप शीर्ष में से एक टीम होते हैं, तब भी यह मुश्किल होती है.इस स्तर पर भी आप ऐसे हालात में फंस सकते हैं, जो आप बिल्कुल भी नहीं चाहते . कई मौकों पर आप यह महसूस कर सकते हैं कि क्या मैं अगले पांच दिन यह करना चाहता हूं. जब हालात आपके खिलाफ जाते हैं, तो क्या आप मैच के तीसरे दिन मानसिक रूप से तैयार हैं? क्या आप यह करने के लिए पर्याप्त मजबूती रखते हैं?
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