केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने देश की Kilo Class की पनडुब्बियों से संबंधी गोपनीय जानकारी,अनाधिकृत व्यक्तियों को देने के मामले में नौसेना के दो कमांडर और दो रिटायर नौसेना अधिकारियों सहित छह लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार, सभी छह लोगों पर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट (भ्रष्टाचार निरोधक कानून) और इंडियन पीनल कोड (भारतीय दंड संहिता) के तहत आरोप लगाए गए हैं. सीबीआई ने कहा है कि आरोपी, भारत की Kilo श्रेणी की पनडुब्बियों के Medium Refit Life Certification यानी MRLC प्रोग्राम की जानकारी अनाधिकृत व्यक्तियों को पास कर रहे थे.
यह मामला उस समय सबके सामने आया था जब सीबीआई ने रिटायर्ड नौसेना अधिकारी रनदीप सिंह और एसजे सिंह को 3 सितंबर को गिरफ्तार किया था. सूत्रों ने बताया कि बाद में रनदीप की संपत्ति की तलाशी में करीब दो करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी. जांच के आधार पर सीबीआई ने बाद में वेस्टर्न नेवल कमांड हेडक्वार्टर में पोस्टेड कमांडर अजित कुमार पांडे को अरेस्ट कया था. एक अन्य कमांडर को भी गिरफ्तार किया गया था जो कमांडर पांडे के अधीन काम कर रहे थे और इसी हेडक्वार्टर में तैनात थे.
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, ये दोनों सेवारत कमांडर Kilo Class की पनडुब्बियों से संबंधित जानकारी रिटायर नौसेना अधिकारियों को दे रहे थे जो विदेशी कंपनियों में कार्यरत हैं.सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष की शुरुआत में रिटायर हुए कमांडर एसजे सिंह एक कोरियाई कंपनी के लिए काम कर रहे हैं जिसकी भारत के नेवी प्रोजेक्टों में दिलचस्पी है.मामले में एक रियर एडमिरल सहित करी एक दर्जन लोगों से पूछताछ हो चुकी है. गौरतलब है कि Kilo श्रेणी की पनडुब्बियों को सोवियत नेवी के लिए सोवियत संघ ने डिजाइन और निर्मित किया था, यह दुनिया की सबसे कॉमन परंपरागत पनडुब्बियों में से हैं और इस समय कई देशों की नौसेना में सेवा में हैं. भारत की बात करें तो यहां इन पनडुब्बियों को Sindhughosh class (सिंधुघोष श्रेणी) के तहत वर्गीकृत किया गया है. सरकार ने ऐसी 10 पनडुब्बियों को अधिग्रहित किया है और इन सभी का आधुनिकीकरण हो चुका है. नौसेना के पास वर्तमान में 15 परंपरागत पनडुब्बियां और दो परमाणु पनडुब्बियां हैं.
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