सीएम चंद्रशेखर राव के कार्यालय के मुताबिक- ठाकरे ने उन्हें पिछले सप्ताह फोन किया और उन्हें मुंबई आमंत्रित किया. बीजेपी की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ उनकी 'लड़ाई' के पूर्व समर्थन की घोषणा की है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केचंद्रशेखर राव (K Chandrashekar Rao) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सिलसिलेवार तंज भरे हमलों के बाद आज वह अपने महाराष्ट्र समकक्ष और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मिलने के लिए मुंबई पहुंचे. इस बैठक को 2024 के आम चुनावों में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए एक गैर-कांग्रेसी मोर्चा बनाने के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है. इसी के तहत तेलंगाना के सीएम क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं.
तेलंगाना राष्ट्र समिति के सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री राव को दोपहर के लंच के लिए आमंत्रित किया था. इसके बाद वह वह शरद पवार से मुलाकात करेंगे. बता दें कि मुंबई में विभिन्न जगहों पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के पोस्टर का स्वागत करने वाले पोस्टर लगे हैं. पोस्टरों में सीएम राव, उद्धव ठाकरे, शरद पवार और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की तस्वीरें हैं.
सीएम चंद्रशेखर राव के कार्यालय के मुताबिक- ठाकरे ने उन्हें पिछले सप्ताह फोन किया और उन्हें मुंबई आमंत्रित किया. बीजेपी की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ उनकी 'लड़ाई' के पूर्व समर्थन की घोषणा की है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि ठाकरे ने कहा था कि राव ने "देश को विभाजनकारी ताकतों से बचाने के लिए सही समय पर आवाज उठाई है". बता दें कि कि सीएम राव के साथ उनकी बेटी और विधान परिषद सदस्य के कविता और पार्टी सांसद जे संतोष कुमार, रंजीत रेड्डी और बीबी पाटिल भी मुंबई दौरे पर हैं. के चंद्रशेखर राव ने पहले बीजेपी पर निशाना साधा था और कहा था कि इसे देश की सत्ता से "बाहर" किया जाना चाहिए नहीं तो देश "बर्बाद" हो जाएगा. उन्होंने बीजेपी को सत्ता से "बाहर" करने के लिए राजनीतिक ताकतों को एक साथ आने का भी आह्वान किया था.
बीजेपी के खिलाफ विभिन्न विपक्षी दलों को एक साथ लाने के प्रयासों के तहत, केसीआर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने की भी योजना बना रहे हैं. इससे पहले, पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा ने केसीआर के पहल को समर्थन दिया था. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी कहा था कि गैर-एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री जल्द ही दिल्ली में एक सम्मेलन करेंगे.
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