"मैं उस व्यक्ति को कैसे उत्तर दूं जो सुनता ही नहीं?" : राहुल गांधी पर पीएम मोदी



न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक विशेष साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और उन्हें ऐसा व्यक्ति बताया जो न तो सुनता है और न ही सदन में बैठता है.

भारत-चीन सीमा विवाद और संसद में बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर स्पष्टीकरण जारी नहीं करने के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि संबंधित मंत्रालयों द्वारा विस्तृत जवाब दिया गया था और जब भी, जहां भी आवश्यक होता वे खुद भी कुछ विषयों पर बोलते थे. न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक विशेष साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और उन्हें ऐसा व्यक्ति बताया जो न तो सुनता है और न ही सदन में बैठता है.

यह कहते हुए कि वह संसद में बहस का स्वागत करते हैं, पीएम मोदी ने कहा कि वह और उनकी सरकार किसी पर निशाना नहीं साधते और बातचीत में विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा, "मैं (किसी पर) निशाना हमला करने की भाषा नहीं जानता और यह मेरे स्वभाव में भी नहीं है. लेकिन तर्क और तथ्यों के आधार पर, मीडिया कुछ विवाद को भड़काने के लिए सदन में मेरे शब्दों की व्याख्या कर सकता है."

आगे उन्होंने कहा, "हम किसी पर हमला नहीं करते हैं, इसके बजाय हम संवाद करने में विश्वास करते हैं. कई बार, वाद-विवाद, टोका-टाकी होती हैं, मैं इसका स्वागत करता हूं और इसलिए मेरे पास (इन विषयों पर) नाराज होने का कोई कारण नहीं है. मैंने हर विषय पर तथ्य दिए हैं और हर विषय पर तथ्यों के आधार पर बात की है. कुछ विषयों पर हमारे विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने विस्तृत जवाब दिए हैं और जहां भी आवश्यक था, मैंने भी बात की थी. मैं उसका कैसे जवाब दूं जो सुनता नहीं और सदन में बैठता नहीं?"

बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषणों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस पर तीखे हमले का जवाब दिया और कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार "कांग्रेस से डरती है". उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का "कांग्रेस का डर" संसद में दिख गया और उन्होंने भाजपा द्वारा किए गए वादों के बारे में बात करने के बजाय कांग्रेस की आलोचना करने पर ध्यान केंद्रित किया.

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 2 फरवरी को लोकसभा में विपक्ष की ओर से चर्चा शुरू करते हुए बेरोजगारी, महंगाई और भारत-चीन सीमा मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा था. 7 फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस का जवाब देते हुए, पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस की नीति "फूट डालो और राज करो" है और यह "टुकड़े-टुकड़े" गैंग की लीडर बन गई है.

इसके एक दिन बाद 8 फरवरी को राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सोच को 'अर्बन नक्सलियों' ने हाईजैक कर लिया है. अगर कांग्रेस नहीं होती तो आपातकाल नहीं होता, जातिगत राजनीति नहीं होती, सिखों का कभी नरसंहार नहीं होता और कश्मीरी पंडितों का ऐसा हाल नहीं होते.

For More: VISIT

Previous Post Next Post