कहते हैं कि मान लो तो हार और ठान लो तो जीत. जब ठान कर किसी काम में जुटा जाए तो सफलता हर हाल में मिलती है. यह भी बखूबी साबित किया है अल्ट्रा रनर सूफिया खान ने. आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी धाक जमा रही हैं. इसकी उदाहरण हैं, अल्ट्रा रनर सूफिया खान, (Sufiya Khan, Ultra Runner) जिन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा कर साबित कर दिया है कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं. Run for Hope मुहिम के तहत दौड़ती भारत की यह बेटी अब तक कई कीर्तिमान अपने नाम कर चुकी हैं. सूफिया खान (Sufiya Khan ) ने 'स्वर्णिम चतुर्भुज' (Golden Quadrilateral) पर 6,002 किमी. की दूरी 110 दिन, 23 घंटे और 24 मिनट में पूरी कर नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) बनाया है. बता दें 'स्वर्ण चतुर्भुज' दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई को जोड़ने वाले राजमार्गों के नेटवर्क (network of national highways connecting) को कहा जाता है.
सूफिया खान (Sufiya Khan) ने 16 दिसंबर 2020 को राष्ट्रीय राजधानी (national capital) (दिल्ली) से दौड़ना शुरु किया था, जो कि 6 अप्रैल 2021 को समाप्त हुआ. 35 वर्षीय इस एथलीट ने अपने दृढ़ संकल्प से एक कठिन मार्ग 'स्वर्ण चतुर्भुज' (golden quadrilateral circuit) को पूरा कर लिया.
सूफिया बताती हैं कि, उन्होंने कभी हार नहीं मानी, ना कभी हार के विषय में सोचा. आगे बताया कि, 'गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाने के समय मुझे दौड़ के दौरान कई चोटें आईं, लेकिन इन सबके बावजूद मेरा पूरा फोक्स कम से कम समय में इस दौड़ को पूरा करना था.' सूफिया बताती हैं कि, उनके पति का उन्हें हमेशा सपोर्ट रहता था. वे उनकी हर एक छोटी से छोटी चीज का ख्याल रखते रहे. उनके पोषण से लेकर फिजियोथेरेपी का हर चीज का ध्यान उन्होंने रखा. सूफिया के पति विकास उनके सपोर्टर होने के साथ-साथ उनके ट्रेनर भी हैं. शनिवार को, उन्हें 'इंडियन गोल्डन क्वाड्रिलाट्रेल रोड पर चलने वाली सबसे तेज़ महिला' (Indian Golden Quadrilatrel Road) के रूप में प्रमाणित किया गया.
बता दें कि 27 मार्च 2022 को उन्हें जब गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट मिला, तो दुनिया को सूफिया खान की इस उपलब्धि के बारे में पता चला. 2017 में 35 साल की सूफिया ने मैराथन दौड़ना शुरू की थी. इसके ठीक दो साल बाद, उन्होंने अल्ट्रा-डिस्टेंस रनिंग (Ultra Distance Running) शुरू किया.
सूफिया बताती हैं कि, 'अल्ट्रा-डिस्टेंस रनिंग (Ultra-distance running) मेरा जुनून है और मैंने इसके लिए अपनी नौकरी भी छोड़ दी. मैंने अपनी नौकरी छोड़ने और फुल-टाइम अल्ट्रा रनिंग करने का फैसला किया. बता दें कि इससे पहले सूफिया ने अपने 'मिशन होप' के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक की दूरी दौड़कर पूरी की थी.
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